जीवन में ह्रदय के उदगार विभिन्न रूप में प्रकट होते हैं.कभी कहानी कभी कविता से भरा ये ब्लॉग.....
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गुरुवार, 29 नवंबर 2012
एक चूक जाती है जिंदगी निगल
India No 1 in road accident deaths
एक चूक जाती है जिंदगी निगल ध्यान से तू चल भैया ध्यान से तू चल !
हो सवारी पर या हो पैदल ध्यान से तू चल भैया ध्यान से तू चल !
पीकर शराब कभी वाहन न चलाना , तय रफ़्तार से तेज न भगाना , सीट बैल्ट बांधकर चलाना तू कार , हैलमेट पहन कर हो बाइक पर सवार , अब तक ना संभला तो अब तो संभल ! ध्यान से तू चल भैया ध्यान से तू चल !
पैदल चलने वाले जरा हो जा होशियार , लाल बत्ती पर कर सड़क को पार , हैड फोन लगाकर सड़क पर ना चलना रेल की पटरी को खेल ना समझना , मोबाइल साइलेंट कर के निकल ! ध्यान से तू चल भैया ध्यान से तू चल !
6 टिप्पणियां:
चेताती रचना -
बढ़िया -
.बहुत सुन्दर भाव अभिव्यक्ति .बधाई सही कह रहे हैं आप .सार्थक प्रस्तुति बधाई -[कौशल] आत्महत्या -परिजनों की हत्या [कानूनी ज्ञान ]मीडिया को सुधरना होगा
बिलकुल सही सीख ..और youtube पे गा के और भी अच्छा बना दिया है आपने ... फिल्माकर डालने योग्य है ..
सादर
मधुरेश
जीवन अनमोल हैं ..यातायात नियमों का एवं स्वास्थ्य नियमों का पालन जरुरी हैं |
डॉ अजय [एम्स]
सार्थक सन्देश देती बहुत रोचक रचना..
...जीवन अनमोल है ..यह सभी समझ ले तो फिर कुछ समझना ही नहीं पड़ता ...बहुत बढ़िया सार्थक सन्देश देती रचना
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