फ़ॉलोअर

शुक्रवार, 30 दिसंबर 2011

नूतन वर्ष 2012 की हार्दिक शुभकामनाएं स्वीकार करें







छम  छम  छमकता आया  नया  साल  
खन खन  खनकता  आया  नया  साल  
नए   साल  में   हिंदुस्तान   में  
चेहरों  पर  खिल   जाये   मुस्कान  

जो   हैं  सपने  तेरे  अधूरे  
हो   जाए  नए साल में पूरे  
जुड़  जाये आशा  के  धागे 
सारी  मायूसी अब भागे  
चम् चम् चमकता आया नया साल
दम दम दमकता आया नया साल 
नए साल में ........


मिट जाएँ गम के अँधेरे
नित दिन  खुशियों के हो सवेरे 
पथ से हट जाये सब कांटे 
मंगलमय हो दिन और रातें 
खुशबू लुटाता आया नया साल 
मन हर्षाता आया नया साल 

                         नूतन  वर्ष  2012 की  हार्दिक  शुभकामनाएं  स्वीकार करें .
                                                                                                             शिखा कौशिक
                                                                                     [vikhyat ]

मंगलवार, 27 दिसंबर 2011

ये औरत ही है !


ये औरत ही है !



पाल कर कोख में जो जन्म देकर बनती  है जननी 
औलाद की खातिर मौत से भी खेल जाती है .


बना न ले कहीं अपना वजूद औरत 
कायदों की कस दी  नकेल जाती है .


मजबूत दरख्त बनने नहीं देते  
इसीलिए कोमल सी एक बेल बन रह जाती है .


हक़ की  आवाज जब भी  बुलंद करती है 
नरक की आग में धकेल दी जाती है 





फिर भी सितम  सहकर  वो   मुस्कुराती  है 
ये औरत ही है जो हर  ज़लालत  झेल  जाती  है .


                                          शिखा कौशिक 
                           [vikhyaat  ]













बुधवार, 21 दिसंबर 2011

भारत तो धरती को रब की सौगात है !






सिन्दूरी सुबह है ...उजली हर रात है 
अपने वतन की तो जुदा हर एक बात है 
जितने नज़ारे हैं जन्नत से  प्यारे है 
भारत तो धरती को रब की सौगात है .


बासन्ती मादकता मन को लुभाती है 
रंगीले फागुन में सृष्टि रंग जाती है 
गर्मी  मिटाने  आती  सावन  फुहारे  है 
सब  ऋतुओं  में आ  जाती उत्सव  बहारे  हैं 
गहरे निशा के तम में उज्जवल  प्रभात है 
भारत इस धरती .............................


पर्वत  हिमालय जैसा  सिर  पर  एक ताज  है 
पावन गंगा हर लेती हम  सबके  पाप  है 
बागों  में कोयल  गाती  कितना  सुरीला  है 
अपने वतन में सब  कुछ  कितना  रंगीला  है 
सूखी -प्यासी  धरती पर  ठंडी  बरसात  है 
भारत इस धरती को .....
                                                  शिखा  कौशिक  
                                       [विख्यात  ]

शुक्रवार, 16 दिसंबर 2011

आज करता है हिंदुस्तान सलाम !

आज करता है हिंदुस्तान  सलाम !


[१६ नवम्बर  पर विशेष ] 







जो लुटा देते जान अपनी वतन के लिए 
जो बहा देते खून अपना  वतन के लिए 
उन शहीदों को ....खुशनसीबों को 
आज करता है हिंदुस्तान 
सलाम-सलाम-सलाम !


इस धरती के लाल हैं वे 
'भारत माँ के दुलारे '
कौन भुला सकता है उनको 
जगमगाते सितारे 
उन जवानों को 
उन दीवानों को 
आज करता है हिंदुस्तान 
सलाम-सलाम-सलाम .


शत्रु के आगे न झुकते 
बढ़ते कदम नहीं रुकते 
वे रण में पीछे न हटते 
माँ की आन पे मिटते 
उन सपूतों को 
देवदूतों को 
आज करता है हिंदुस्तान  
सलाम- सलाम -सलाम 
                                    शिखा कौशिक 
                               [विख्यात ] 







बुधवार, 14 दिसंबर 2011

मेरे भोले की बम-बम !

Shiva Wallpaper






                           
मेरे मन बनकर तू डमरू 
करता जा डम-डम-डम 
तेरी डम -डम में गूंजेंगी 
मेरे भोले की बम-बम 
मेरे मन बनकर तू ......


मेरा भोला सब भक्तों  के 
है सारे  कष्ट  मिटाता  
वो भक्तों की रक्षा  हित  
है कालकूट  पी  जाता 
मेरी  जिह्वा  करती चल  तू 
शिव महिमा   का ही वर्णन  
मेरे मन ..........................


मेरा भोला कितना  भोला 
नागों  का हार  पहनता   
वो  जटाजूट  में अपने 
गंगा  को  धारण  करता
मैं कण -कण  में करती हूँ 
शिव-शंकर का ही दर्शन .
मेरे बन ................


सावन में कांवड़ लेकर  जो    
गंगाजल लेने जाते 
लाकर शिवलिंग  पर उसको      
श्रृद्धा  सहित चढाते 
हर इच्छा पूरी होती 
पावन हो जाता जीवन .
मेरे मन बनकर.....


द्वादश ज्योतिर्लिंगों  में शिव
-शक्ति ज्योत समाई ;
इनके दर्शन से भक्तों ने 
भय से मुक्ति पाई ;
गौरी-शंकर के चरणों में 
तन -मन-धन सब अर्पण 
मेरे मन बनकर .....


                                  शिखा कौशिक 
                        [विख्यात ]












शुक्रवार, 9 दिसंबर 2011

बन गयी दवाओं की गुलाम जिन्दगी






टैबलेट  के हुक्म पर चलती है जिन्दगी 
बन गयी दवाओं की गुलाम जिन्दगी .


सिर में दर्द है तो बाम लगा लो 
नयनों में हो पीड़ा  ये ड्रॉप टपका लो 
गोली के इशारो पर अब नाचे जिन्दगी 
बन गयी ............


पानी  -दूध-फल ताकत  नहीं लाते 
कैप्सूल -सीरप शक्ति हैं बढ़ाते 
कडवी दवाओं ने कर दी कडवी जिन्दगी 
बन गयी दवाओं .........


हर घर में आती है अब रोज़ दवाई 
पानी जैसी बहती मेहनत की कमाई 
लगती अस्पताल सी अब सबकी जिन्दगी 
बन गयी दवाओं ........


जिसने  कारोबार   दवाओं का  कर लिया 
नोटों  से अपना   घर है भर लिया     
कर डाली  दवाओं ने नीलाम  जिन्दगी 
बन गयी ........................
                                       शिखा  कौशिक  
                            [विख्यात ]
                              





बुधवार, 7 दिसंबर 2011

मोबाईल मियां क़ा जलवा.


मोबाईल मियां क़ा जलवा






           

ये काम न करना था पर मैंने कर लिया 
यारों ने जिद किया था मोबाइल ले लिया .

वे बोले तू कंजूस है ;टच में नहीं रहता 
यारों के ऐसे ताने कैसे मैं सह लेता ?
ले  आया एक सैट  उसमे सिम भी डलवाया 

खुश होकर दोस्तों को नंबर भी बतलाया 
फिर घंटी दे देकर मुझको परेशान कर दिया .
यारों  ने जिद करी ....

रिंगटोन पर हुआ था घर में बड़ा झगडा 
बच्चों की पसंद थी इसमें पॉप और भंगड़ा ;
मैं बोला इसमें मन्त्र या चौपाई बजेगी 
पर लग गया था मुझको झटका बड़ा तगड़ा 
वाइफ ने उनके पक्ष में मतदान कर दिया 
यारों ने जिद करी थी .....
बेटा मैसेज करता रहता ; बेटी करती है चैट 
वाइफ के बात करने का टाइम है इस पर सैट 
ये बन गया है मेरा अब  दुश्मन नंबर -१
ये बजता  है तो लगता जैसे हो फटा बम 
मेहनत की कमाई को मिनटों  में पी गया 
यारों ने जिद ............
                                              शिखा  कौशिक  
                                 [विचारों का चबूतरा ]
[sabhi photo ''fotosearch.com'' se sabhar ]

रविवार, 4 दिसंबर 2011

भारत माँ को नमन


भारत माँ को नमन 



अपनी जमीन सबसे प्यारी है ;
अपना गगन सबसे प्यारा है ;
बहती सुगन्धित मोहक पवन ;
इसके नज़ारे चुराते हैं मन ;
सबसे है प्यारा  अपना वतन ;
करते हैं भारत माँ को नमन 
वन्देमातरम !वन्देमातरम !
करते हैं भारत माँ ! को नमन .
उत्तर में इसके हिमालय खड़ा ;
दक्षिण में सागर सा पहरी अड़ा ;
पूरब में इसके खाड़ी बड़ी ;
पश्चिम का अर्णव करे चौकसी ;
कैसे सफल हो कोई दुश्मन ! 
करते हैं भारत माँ को नमन !
वन्देमातरम !वन्देमातरम !
करते हैं भारत माँ! को नमन .

हम तो सभी से बस इतना कहें ;
हिन्दू मुसलमान मिलकर रहें ;
नफरत की आंधी अब न चले;
प्रेम का दरिया दिलों में बहे ;
चारों दिशाओं में हो अमन ;
करते हैं भारत माँ! को नमन !
वन्देमातरम!वन्देमातरम!
करते हैं भारत माँ !को नमन .
                          जय हिंद !

शुक्रवार, 2 दिसंबर 2011

रफ़्तार से चलेंगें -चाहें मारेंगें [speed thrills but kills ]


[bikewalls .com  से साभार ]


ये गीत है उन सभी के लिए जो अपने वाहन को  इतना तेज दौड़ते हैं कि न तो उन्हें अपनी जान की चिंता है और न ही किसी अन्य की .स्पोर्ट्स बाइक रखने वाले किशोर व् युवा तो मानो आसमान में उड़ जाना चाहते हैं -ये अलग बात है कि कभी वे खुद दुर्घटना का शिकार होते हैं तो कभी किसी अन्य की जान ले लेते हैं .किसी भी अन्य कारण की तुलना में  आज सबसे ज्यादा जानें सड़क दुर्घटनाओं में जा रही हैं .इसलिए अपने को नियंत्रित  कीजिये  क्योंकि  घर पर आपका कोई इंतजार करता होता है .हीरो बनने के चक्कर में न तो अपनी जान जोखिम में डालिए और न ही किसी और की जान लीजिये  .गीत में हीरों बनने वाले व्यक्ति की भावनाओं को ही प्रकट करने का प्रयास किया है -कहीं आप भी तो ऐसा नहीं सोचते -


रफ़्तार  से  चलेंगें -चाहें मारेंगें [speed thrills but kills ]




रोके से न रुकेंगें 
जो चाहेंगें करेंगें ;
अपनी स्पोर्ट्स बाइक 
लगती है वैरी नाईस;
इसपे चलेंगें रफ़्तार से 
सारी  दुनिया  जाये  भाड़  में .


अपनी रगों में नया खून है 
तेजी का हमपर जूनून है ;
धीरे चलना है मुश्किल 
चलते हैं ऐसे तो बुझदिल ;
हम तो उड़ेंगे बड़ी शान से 
दौड़ेंगें बन तूफ़ान से 
अपनी स्पोर्ट्स बाइक .........
सारी दुनिया .......


हीरो के जैसा स्टाइल है 
होठों पे रहती स्माइल है ;
हमको फ़िक्र न किसी बात की 
ना खबर दिन रात की ;
अपनी स्पोर्ट्स ......
कुछ तो करके रहेंगें 
मारेंगे या मरेंगें 
सारी दुनिया जाये भाड़ में .
                                 शिखा कौशिक 
                             [विख्यात ]

गुरुवार, 1 दिसंबर 2011

शिव महापुराण -८


शिव महापुराण -८ 

Shiva Wallpaper

ऐसी साधना ह्रदय में करती सदा आलोक है ;
साधक को प्राप्त होता दिव्य शिव का लोक है ;
श्रवण-मनन का पुन: विस्तार से वर्णन किया ;
सूत जी ने ऋषि -कर्णों में था अमृत भर दिया  .

Shiva Wallpaper
प्रभु के दिव्य-गुणों को एकाग्रचित्त हो सुनना ;
दृढ -मति से सुन चित्त में सदा ही धरना ;
ये ''श्रवण'' है इसका तुम ध्यान सदा रखना ;
शिव के भक्त बनकर उद्धार अपना करना .


Shiva Wallpaper

श्रद्धा और भक्ति से शिव नाम जाप करना ;
''कीर्तन'' कहते इसे ;तुम स्मरण में रखना ;
रूप;गुण व् नाम का मन से जब चिंतन करो 
''मनन''कहते हैं इसे ;शिव स्वरुप उर में धरो .


Shiva Wallpaper

इन तीन विधियों से सदा जो शिव -आराधन में लगे ;
उसकी जीवन-नैय्या तो पार भव-सागर लगे ;
मैं सुनाता हूँ तुम्हे प्राचीन एक आख्यान ;
सूत जी बोले सुने होकर के सावधान .

Shiva Wallpaper

सरस्वती सरिता-तट पर तप कर रहे महान ;
ऐसे वेदव्यास जी से पूछते सनत्कुमार 
आप किस लक्ष्य  से कर रहे हैं तप यहाँ ?
वेदव्यास बोले बस मुक्ति है लक्ष्य मेरा .

Shiva Wallpaper


तब सनत्कुमार ने विनम्र हो बोले वचन 
पूर्व में मैंने भी तप को  माना था मुक्ति-सदन ;
मंदराचल पर मैं भी था तप बड़ा करने लगा 
तब नंदिकेश्वर ने ज्ञान मुझको ये दिया 

Shiva Wallpaper

तप को मुक्ति मार्ग कहना एक बड़ा अज्ञान है;
मुक्ति मन्त्र तो शिव-महिमा का श्रवण-गान है ;
इस  ज्ञान ने मिटा दी भ्रम की काली छाया ;
छोड़ मिथ्या-मार्ग को सत्य -पथ अपनाया .

Shiva Wallpaper

हे मुनियों  !व्यास  जी को जब  मिला ये ज्ञान ;
हो गया हर प्रश्न का उत्तम ही समाधान ;
दिव्य ज्ञान ने उनका मार्ग था प्रशस्त किया ;
सत्य-पथ पर चल सिद्धि रुपी फल उनको मिला .


Shiva Wallpaper


इस कथा को जब सुना मुनियों ने फिर से कहा 
सूत जी पुन: कहिये प्राणी का मुक्ति-मार्ग क्या ?
सूत जी उवाच -तीनो उपाय से शिव भक्ति करो 
और संग पवित्र लिंगेश्वर-स्थापना करो .

                                           [जारी ....]
                शिखा कौशिक