छोड़ प्राण का मोह हमें अब लड़ना होगा !
बाहुबल से आर-पार अब लड़ना होगा !!
कब तक बेटे -पिता -भाई हम ऐसे खोयें ?
हर अपराधी को फाँसी अब चढ़ना होगा !!
'राजा ' है हत्यारा जनता क़त्ल हो रही !
सिंहासन के टुकड़े करने को बढ़ना होगा !!
जनता के सेवक ही सिर पर चढ़ कर बैठे !
इन्हें उतरकर जन-चरणों में पड़ना होगा !!
बाहुबल की काट दो बाहु फिर बल कैसा ?
'नूतन'इनको जेलों में अब सड़ना होगा !!
शिखा कौशिक 'नूतन'