प्रश्न पूनम पांडे से !
कैसी आदिम सोच है तुम्हारी?
किस आधुनिक पीढ़ी का
प्रतिनिधित्व कर रही हो तुम ?
क्या पाना चाहती हो तुम
और कैसे ?
क्या तुम्हारा अनुसरण
कर स्त्री जाति फहरा
पायेगी सशक्तिकरण का झंडा ?
क्या तुम सोचती हो कि
स्त्री के पास अपनी देह के अतिरिक्त
कुछ भी नहीं ?
तुम्हारी मानसिकता इतनी
दिवालिया क्यों हो गयी ?
तुम्हारा नाम तो अमावस्या होना
चाहिए था फिर किसने
''पूनम ''रख दिया ?
तुमने तो आज नग्नता
को भी शर्मसार कर दिया !
5 टिप्पणियां:
vastav me poonam pandey stri shakti ke naam par kalank hain.aisee soch aur aisee striyon kee bataon ko darkinar kar dena chahiye ye andheren me bhatkengee to apne aap akl thikane aa jayegee.
प्रिय शिखा दीदी
पूनम जी को रांची के मेंटल हॉस्पिटल में भेजने की जरुरत है|
इसी तरह की माडल फिल्म निर्देशक के सामने समझौता करने को तैयार हो जाती है| उनकी सोंच बहुत ही गिरा हुआ है| पूनम जी पूरी तरह से फ़िल्मी हो गई हैं उन्हें भारतीय संस्कृति का पाठ भी पढ़ लेनी चाहिए|
बहुत ही अच्छी परिकल्पना है
बहुत सही लिखा आपने!
पूनम एक विकृत मानसिकता की महिला..
अपनी लेखनी को इन मानसिक रोगियों के लिए व्यर्थ न करें..
बहुत बढ़िया ....सच में यह सब अफसोसजनक है...
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