मेरे पिता -मेरे जीवनदाता
सूरज की चमक भी उनसे कम है;
फूलों की महक भी उनसे कम है ;
वो रख दें सिर पे हाथ जो आशीषों वाला ;
जन्नत की ख़ुशी भी उससे कम है ;
वो मेरे पिता हैं -मेरे जीवन दाता .
सूरज की ......
उनकी नजरों से देखा जग सारा ;
हर पल देते हैं हमको वो सहारा ;
अनुशासन में हैं पक्के,हर बात में दम है .
सूरज की ......
दुनिया के सातों रंग दिखाते ;
दुनियादारी के ढंग सिखाते ,
जब साथ मिला है उनका तो क्या कोई ग़म है !
सूरज की .....
शिखा कौशिक
7 टिप्पणियां:
अच्छी प्रस्तुति पितृ दिवस पर ..
great.
Behtreen ....man ko chhooti prastuti....
आज के दिन कितनी सुंदर पोस्ट ....... हैप्पी फादर्स डे.
समर्पण के भावों से भरी इस सुन्दर रचना के लिए हार्दिक शुभकामनायें...
शत प्रतिशत सच .....
पूज्य पिता जी को समर्पित भावपूर्ण रचना
Pita aise hee hote hain.
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