विजयदशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनायें !
धर्म पताका फहराने , पापी को सबक सिखाने ,
चली राम की सेना रावण का दंभ मिटाने !
हर हर हर हर महादेव !
रावण के अनाचारों से डरकर वसुधा है डोली ,
दुष्ट ने ऋषियों के प्राणों से खेली खून की होली ,
सत्यमेव जयते की ज्योति त्रिलोकों में जगाने !
चली राम की सेना ........................
हर हर हर हर महादेव !
तीन लोक में रावण के आतंक का बजता डंका ,
कैसे मिटेगा भय रावण का देवों को आशंका ?
मायावी की माया से सबको मुक्ति दिलवाने !
चली राम की सेना ........................
हर हर हर हर महादेव !
जिस रावण ने छल से हर ली पंचवटी से सीता ,
शीश कटे उस रावण का , करें राम ये कर्म पुनीता ,
पतिव्रता नारी को खोया सम्मान दिलाने !
चली राम की सेना ......
हर हर हर हर महादेव !
एकोअहम के दर्प में जिसने त्राहि त्राहि मचाई ,
उस रावण का बनकर काल आज चले रघुराई ,
निशिचरहीन करूंगा धरती अपना वचन निभाने !
चली राम की सेना .....................
हर हर हर हर महादेव !
शिखा कौशिक 'नूतन'
3 टिप्पणियां:
बहुत ही सामयिक व् शानदार प्रस्तुति .आपको भी विजयादशमी पर्व की हार्दिक शुभकामनाएं
nice lines "जिस रावण ने छल से हर ली पंचवटी से सीता , शीश कटे उस रावण का , करें राम ये कर्म पुनीता पतिव्रता नारी को खोया सम्मान दिलाने !....."
जिस रावण ने छल से हर ली पंचवटी से सीता , शीश कटे उस रावण का , करें राम ये कर्म पुनीता , पतिव्रता नारी को खोया सम्मान दिलाने ! bahut sundar prastuti,nari samman ke liye nirantar sangharsh ki zooroorat hai
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