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गुरुवार, 11 नवंबर 2010

bijli vibhag par mukadma

सांयकाल के साढ़े  सात बज रहे थे.जून क़ा महीना  था.तनु ने भोजन डायनिंग टेबल पर लाकर रखा ही था क़ि बिजली भाग गयी.इनवर्टर दो दिन से ख़राब था.साहिल ने किसी तरह टॉर्च ढूढ़  कर ऑन की और एक मोमबत्ती  जला दी.तनु पहले ही पसीने-पसीने हो रही थी.बिजली भागते ही उसका गुस्सा फूट पड़ा--.....आपसे परसों से कह रही हूँ इनवर्टर ठीक करा दीजिये...लाइट क़ा तो यही है......मैं मरुँ या जियूं आप पर तो फर्क ही नहीं पड़ता .जब कुछ करना ही नहीं था तो शादी क्यों की ?अब ऐसी गर्मी में क्या खाना खाया जायेगा? यह कहती हुई तनु बैडरूम की ओर बढ़ ली .साहिल क़ा दिमाग भी गर्मी से भन्ना रहा था. वो ऊँची आवाज में बोला ''तुम्हारा  जितना कर दूँ उतना कम .अरे भाई इंसान हूँ दिनभर आफिस  में किटकिट और घर पर तुम्हारी  बडबड .....'' बैडरूम के द्वार तक पहुची तनु इस बात पर भड़कती हुई बोली ''......अच्छा मैं बड-बड करती   रहती हूँ.......ठीक है सुबह ही अपने मायके चली जाती हूँ तभी तुम्हे ....'' तनु अपना वाक्य पूरा करती इससे पहले ही बिजली आ गयी.पंखा चलने से मोमबती बुझ  गयी और तनु-साहिल क़ा गुस्सा भी.तनु डायनिंग टेबल की ओर आती हुई बोली ''कहो चली जाऊ ? '' साहिल मुस्कुराता हुआ बोला ''हाँ ! चली जाओ .मैं तो बिजली विभाग पर केस ठोक दूंगा क़ि तुम्हारी वजह से मेरी पत्नी घर छोड़ कर चली गयी............''साहिल के वाक्य पूरा करने से पहले ही बिजली फिर से भाग गयी.इस बार दोनों अँधेरे में जोर से हँस पड़े.तनु हँसते हुए  बोली ''लो ठोक ही दो बिजली विभाग पर मुकदमा''.

4 टिप्‍पणियां:

डॉ. रूपचन्द्र शास्त्री 'मयंक' ने कहा…

रोचक पोस्ट!

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

रोचक अंदाज़ और सरल भाषा में आपने एक ऐसी समस्या पर ध्यान आकर्षित किया है जिससे सभी प्रभावित हैं.
'बिजली विभाग पर मुकदमा' शीर्षक कथ्य की सार्थकता और पाठक की उत्सुकता को बढाने वाला है.

सादर
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मेरे ब्लॉग पर--फिर वही बात होगी

डॉ. मोनिका शर्मा ने कहा…

इस मुसीबत से सभी का पाला पड़ता है..... कम शब्दों में सुंदर विषय की कथा

Yashwant R. B. Mathur ने कहा…

शिखा जी,
जैसा की मेरे पास e-pic वेब ब्राउजर है जो हिंदी में टाइपिंग की भी सुविधा देता है.इसे आप www.epicbrowser.com से डाउनलोड कर सकती हैं और इंस्टाल करने के बाद इसके लेफ्ट टैब में 'क' पर क्लिक करने के बाद हिंदी सेलेक्ट कर लें और वहां टाइप करने के बाद कॉपी और पेस्ट कर सकती हैं.टिप्पणियाँ देने के लिए यह आसान है.(इस ब्राउजर के बारे में -देखें मेरी पोस्ट--http://jomeramankahe.blogspot.com/2010/10/epic.html )

या
आप ब्लॉगर के टेक्स्ट बॉडी में title टाइप कर के कट और title बार में पेस्ट कर सकती हैं जैसा मैं करता हूँ.

कुछ लोग कैफे हिन्दी टाइपिंग टूल का भी प्रयोग करते हैं जिसमे कुछ असहजता भी हो सकती है.


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