मेरी बहन बहन ...तेरी बहन प्रेमिका !!!
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लड़का लड़की ने मिलकर सोचा
''प्रेम ही सब कुछ है ''
हम दोनों एक दूजे के
बिना मर जायेंगे !
माता -पिता बहन-भाई
ये सब क्या खाक साथ निभायेंगें ?
वैसे भी हम अपनी भलाई जानते हैं
इसीलिए मर्यादा ;नैतिकता;
पारिवारिक नियंत्रण को हम नहीं मानते हैं .
दोनों योजना बनाकर फरार हो गए ;
घरवालों ने मिन्नतें की
तो लौट आने को तैयार हो गए ,
जिस दिन दोनों का विवाह हुआ
एक और हादसा हो गया ;
लड़की का भाई लड़के की बहन
को लेकर रफूचक्कर हो गया .
जो लड़का खुद किसी और की
बहन को लेकर भागा था
आज उसके सिर शैतान सवार हो गया ;
बोला बदचलन बहन को
सबक सिखाऊंगा ;
मर्यादा लांघी है परिवार की
इसका मज़ा चखाऊंगा ,
ढूँढकर दोनों को ज्यों ही
रिवाल्वर साले पर तानी
साले ने भी जेब से पिस्टल निकाली
बोला -ये बदला है मेरे परिवार की
इज्ज़त से खेलने का ;
मैंने भी तुम्हारी इज्ज़त
मिटटी में मिला डाली !!!!!
shikha kaushik
[vikhyat ]
1 टिप्पणी:
बहुत दुखद...कब तक पारिवारिक इज्ज़त के नाम पर यह अत्याचार और खूनी खेल चलता रहेगा..
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