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शनिवार, 26 जनवरी 2013

हिन्दू प्राण बसे भगवा में


हिन्दू प्राण बसे  भगवा में

Hindu : Rusty flag pole with saffron coloured flag a symbolic emblem of a Hindu Temple



भगवा से है जुडी आस्था ; श्रद्धा और विश्वास ,
हिन्दू प्राण बसे  भगवा में ; ये आती जाती श्वास  !



भगवाधारी   संतों ने ज्ञान प्रकाश फैलाया ,
सत्य,अहिंसा ,मानवता का  पावन  पाठ पढाया ,
भगवा रंग में रंग  हुआ है भारत का इतिहास !

 हिन्दू प्राण बसे  भगवा में ; ये आती जाती श्वास  !



आये  लुटेरे  देश  में  घुसकर ; भगवा ने उनको झेला ,
मंदिर तोड़े ,शास्त्र जलाये ,खूनी खेल था खेला ,
नहीं झुका था भगवा  तब भी नहीं झुकेगा आज !

 हिन्दू प्राण बसे  भगवा में ; ये आती जाती श्वास  !



 भगवा संग आतंक जोड़कर क्यों हमको भड़काते ?
भगवाधारी शांति दूत बन देश का मान बढ़ाते ,
भगवा बिन नहीं संभव है भारत का कभी विकास !

 हिन्दू प्राण बसे  भगवा में ; ये आती जाती श्वास  !

                                                      जय हिन्द ! जय हिन्दू  !
                                    शिखा कौशिक 'नूतन'

शुक्रवार, 25 जनवरी 2013

आओ मिलकर हम मनाएं गणतंत्र का दिन

आओ मिलकर  हम मनाएं गणतंत्र का  दिन  

आज है गणतंत्र का  दिन 
देश  का ये  पर्व  है ;
हम हैं भारत के निवासी 
हम को इस पर गर्व है !

राजपथ पर आज तिरंगा
 शान से लहराएगा ;
''जय हिंद''  का नारा  गूंजेगा 
हर  ह्रदय  हर्षायेगा   ;
देख  कर बल सेनाओं का
जोश  में भर जायेंगें  ;


बार  बार  हम ख़ुशी  में 
बस यही   दोहरायेंगें    ,
आओ मिलकर  हम मनाएं  
हम सभी का धर्म है ,
हम हैं भारत के निवासी 
हम को इस पर गर्व है !

आज के दिन सन पचास में 
संविधान था लागू हुआ ;
लोकतंत्र की इस बुलंदी को 
हमने ही इस दिन था छुआ ,
पूर्ण संप्रभुता वाला अपना  
भारत वर्ष है ,
हम हैं भारत के निवासी 
हमको इस पर गर्व है !

                                       शिखा कौशिक 


बुधवार, 23 जनवरी 2013

नहीं सहा है नहीं सहेंगें हिन्दू अपना अपमान !



हर हिन्दू देश भक्त है , हिन्दू से हिंदुस्तान
नहीं सहा है नहीं सहेंगें हिन्दू अपना अपमान !

सब धर्मों को आदर दो ये शिक्षा हमको मिलती ,
हर हिन्दू के दिल  में सद्भाव की ज्योति जगती ,
क्रिश्चन हो या मुस्लिम सबको देते सम्मान !
नहीं सहा है नहीं सहेंगें हिन्दू अपना अपमान !

 अन्याय के विरूद्ध सदा ही हिन्दू शस्त्र  उठाते ,
मासूमों की रक्षा कर अपना धर्म निभाते ,
भारत माँ की रक्षा हित उत्सुक हो देते प्राण !
 नहीं सहा है नहीं सहेंगें हिन्दू अपना अपमान !

आतंक मिटाने वालों को तुम आतंकी हो कहते ,
खोल किताबे ''हिन्दू'' का तुम मतलब तो पढ़ लेते ,
लंका दहन करें पापी की  हम हैं वो हनुमान !
 नहीं सहा है नहीं सहेंगें हिन्दू अपना अपमान !

बुद्ध रूप में हम ही देते अहिंसा का सन्देश ,
राम रूप में वध करते बाली हो या लंकेश ,
पाप का अंत करें बनकर दुर्वासा -परशुराम !
  नहीं सहा है नहीं सहेंगें हिन्दू अपना अपमान !

मातृभूमि के वंदन तक से जिनको है परहेज़ ,
उनसे तुलना करी हमारी -करो प्रकट अब खेद ,
माफ़ी अगर नहीं मांगी तो होगा फिर संग्राम !
 नहीं सहा है नहीं सहेंगें हिन्दू अपना अपमान !

          जय हिन्द !   जय भारत !  जय श्री राम !

                    शिखा कौशिक 'नूतन'



रविवार, 20 जनवरी 2013

हम सच के पहरेदार हैं


हम हिंदी चिट्ठाकार हैं


 

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  हम हिन्दी चिट्ठाकार हैं My Image
 हम हिन्दी चिट्ठाकार हैं

हम खुद अपनी सरकार  हैं 
 हम हिन्दी चिट्ठाकार हैं !

सच लिखने से घबराते नहीं ,
राज़  किसी का छिपाते नहीं ,
लिखते हैं वो जो है सही ,
जैसी हो घटना बताते वही ,
हम सच के पहरेदार हैं ,
 हम हिन्दी चिट्ठाकार हैं

लिखते  कविता , कहानी व् गीत ,
नूतन सृजन से हमको है प्रीत ,
चर्चा मंच सजाते हैं रोज़ ,
कौशल अपना दिखाते हैं खूब ,
हम साहित्यकार हैं 
 हम हिन्दी चिट्ठाकार हैं 
  हम हिन्दी चिट्ठाकार हैं 



Hamarivani.com 
हमारी वाणी ध्यान से सुनो 
हिंदी में लिखने का पथ तुम चुनो 
                  भावों को दो अभिव्यक्ति का रूप 
                   नित नई  रचना  का ताना -बाना बुनो 
       लाखों में एक परिवार है 
 हम हिन्दी चिट्ठाकार हैं !
 हम हिन्दी चिट्ठाकार हैं !
Hamarivani.com

मंगलवार, 15 जनवरी 2013

भारतीय थल सेना दिवस की शुभकामनायें


भारत माता की जय !







छिप कर क्यों आता है कायर ?
आगे से आकर दिखा !
हम हैं वतन के प्रहरी 
आँखें मिलकर दिखा !
तेरी हर साजिश को हम नाकाम कर देंगे 
ओ दुश्मन तेरा काम हम तमाम कर देंगे !



पीछे से करता क्यों वार है ?
आगे से आकर दिखा !
है बहादुर तू अगर 
मुंह न ऐसे छिपा ;
तेरी हर साजिश को हम नाकाम कर देंगे 
ओ दुश्मन तेरा क़त्ल खुलेआम कर देंगे !
तेरी हर ...........

छिपकर चलाता क्यों गोली ?
आगे से आकर चला ;
हम हैं खड़े सीना ताने 
हमको मिटाकर दिखा 
तेरी हर साजिश को हम नाकाम कर देंगे 
हंसकर अपने प्राणों का बलिदान कर देंगे !
छिपकर क्यों आता है ...........
                                               जय हिंद !
                                    शिखा कौशिक 
                              nutan